कभी जयत्री नदी थी स्वच्छ नाली के पानी से हुआ आज जयत्री नदी हुआ स्वच्छ था प्रदूषित
लातेहार: लातेहार नगर पंचायत मे जयत्री नदी आज हुआ स्वच्गर पंचायत में जयत्री नदी ललमटिया डेम से बानपुर अमवाटीकर रैहडा होते हुए लातेहार मौज में प्रवेश करती है। राजहर में औरंग नदी में विलय कर जाती है। एक समय की बात है की लातेहार बाजार टाड में कोई महात्मा प्रवचन करने के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि जो नदी जो बह रही है उसको गंगा के समान है ।उनकी वाणी में ऐसी शक्ति थी कि लोग प्रवचन सुनने के बाद इस जयत्री नदी का जल गंगाजल की तरह ग्रहण कर के अपने घर को गए थे।
उसके बाद जयत्री नदी विकास की नली से प्रदूषित होते गया। स्थिति ऐसा खराब हो गया कि नदी का पानी पशु भी नहीं पिते है ।इसमें जहरीला घास उग चुका था ।रैयतो ने अपने खेत बचाने के लिए वर्षों पहले प्रयास किये थे। इन साल कोई सरकारी सज्जन जेसीबी से जहरीली घास को कबाड़ कर फेंक दिया । जिससे आज बरसात के बाद इस नदी में बालू आ गया ।जिससे जयत्री नदी के पानी स्वच्छ हो गया।